लाला लाजपत राय गरम दल के एक युवा क्रांतिकारी। 17 नवम्बर 1928 साइमन कमीशन का विरोध एवं प्रदर्शन के दौरान पुलिस की लाठियों के वार से वे इस दुनिया से वीर सिपाही की तरह शहीद हो गए । उन्हें पंजाब केसरी कहा जाता है । गांधीजी के प्रिय नेता थे। उनकी मौत का बदला ठीक 17 दिसंबर को एक महीने बाद अंग्रेज़ पुलिस अधिकारी सांडर्स को भगतसिंह, राजगुरु एवं सुखदेव ने गोलियों से उडा लिया था। आज उनकी पुन्य तिथि पर उनको नमन करते हैं।